नई दिल्ली : भारतीय खगोलविदों ने ब्रह्मांड में सबसे दूर स्थित स्टार आकाशगंगाओं में से एक की खोज की है। भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि यह अद्वितीय खोज भारत के एस्ट्रोसैट/यूवीआईटी से की गई। विभाग ने कहा कि यूवीआईटी डिटेक्टर में बैकग्राउंड नॉइज (पृष्ठभूमि का शोर) नासा के हबल टेलीस्कोप की तुलना में बहुत कम है, जो इस खोज का अहम कारक रहा।
Indian Astronomers discover one of the farthest Star galaxies in the universe. India's AstroSat/UVIT was able to achieve this unique feat because the background noise in the UVIT detector is much less than the Hubble Space Telescope of NASA: Department of Space, Indian Govt— ANI (@ANI) September 1, 2020
इस खोज को लेकर नासा ने भी अपने तरफ से बधाई दी है। नासा के सार्वजनिक मामलों के अधिकारी, फेलिशिया चाउ ने इस मामले पर कहा कि विज्ञान दुनिया भर में सहयोगात्मक प्रयास है और इनकी तरह की खोजों से मानव जाति की समझ में मदद मिलती है कि हम कहां से आते हैं, हम कहां जा रहे हैं, और क्या हम अकेले हैं?
AUDFs01 नामक आकाशगंगा की खोज इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (IUCAA) पुणे के डॉ. कनक साहा के नेतृत्व में खगोलविदों की एक टीम ने की थी। इस अहम खोज के महत्व और विशिष्टता के बारे में ब्रिटेन से प्रकाशित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पत्रिका "नेचर एस्ट्रोनॉमी" में बताया गया है। भारत का एस्ट्रोसैट / यूवीआईटी इस अनूठी उपलब्धि को हासिल करने में सक्षम था, क्योंकि यूवीआईटी डिटेक्टर में बैकग्राउंड नॉइज (पृष्ठभूमि का शोर) अमेरिका स्थित नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप पर एक से भी कम है।NASA congratulates researchers on their exciting discovery. Science is collaborative effort around the world & discoveries like these help further humankind’s understanding of where we come from, where are we going, & are we alone: NASA Public Affairs Officer, Felicia Chou to ANI https://t.co/7uK1ompJiA— ANI (@ANI) September 1, 2020
अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की इस खोज को ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है। केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसे लेकर रहा है कि यह गर्व की बात है कि एस्ट्रोसैट ने धरती से 9.3 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक आकाशगंगा का पता लगाया है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की क्षमता एक विशिष्ट स्तर पर पहुंच गई है, जहां से हमारे वैज्ञानिक अपनी क्षमताओं के संकेत दे रहे हैं।
Landmark achievement by Indian Astronomers. Space observatory AstroSat discovers one of farthest galaxy of Stars in the Universe. Hailed by leading international journal “Nature Astronomy”. Very important clue for further study of Light in Universe. pic.twitter.com/WLj6SUj6gT— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) September 1, 2020
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