भारत के 118 और चीनी ऐप को बैन करने से चीन बुरी तरह से भड़क गया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने भारत के इस कदम पर गंभीर चिंता जताई है। चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान जारी करके भारत के इस फैसले पर सख्त ऐतराज भी जताया है। लद्दाख में चल रहे तनाव के बीच भारत अब तक चीन के 224 एप्प्स पर बैन लगा चुका है।
चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि भारत का एप्प्स पर बैन लगाना चीनी निवेशकों और सर्विस प्रोवाइडरों के कानूनी हितों का उल्लंघन करता है। चीन इसको लेकर गंभीरतापूर्वक चिंतित है और पूरजोर विरोध करता है। इससे पहले पूर्वी लद्दाख में एलएसी(LAC ) पर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत ने बुधवार को मशहूर गेमिंग ऐप पबजी समेत 118 और मोबाइल एप्प्स पर प्रतिबंध लगा दिया। ये ऐप चीन की कंपनियों से जुड़े हुए है।
चीन ने भारतीय सरकार से आग्रह किया है कि वह "राष्ट्रीय सुरक्षा" के बहाने चीनी मोबाइल एप्प्स को अवरुद्ध करने के भेदभावपूर्ण व्यवहारों को सुधारें, जो WTO नियमों का उल्लंघन करते हैं, खुले, निष्पक्ष और निष्पक्ष कारोबारी माहौल प्रदान करते हैं, और WIN -WIN सिचुएशन के सही रास्ते पर लौटते हैं: स्पोक्स , चीनी दूतावास, भारत
China urges Indian govt to rectify discriminatory practices of blocking Chinese Mobile Apps with excuse of "national security" which violate WTO rules, provide open, fair & impartial business environment, & return to right path of win-win cooperation: Spox, Chinese Embassy, India pic.twitter.com/feauMqtieF— ANI (@ANI) September 3, 2020
इससे पहले जून में भारत ने टिकटॉक समते 59 चीनी एप्प्स पर बैन लगाया था। जुलाई में भी चीन से जुड़े 47 मोबाइल एप्प्स प्रतिबंधित किए गए थे। इस तरह अब तक चीन से जुड़े कुल 224 मोबाइल एप्प्स पर प्रतिबंध लग चुका है।
आइए समझते हैं कि ये एप्प्स बैन होने से चीन को कितना बड़ा नुकसान हुआ है और इसके जरिए भारत क्या संदेश देना चाहता है।
बुधवार को जिन मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया गया उनमें पबजी, पबजी लाइट समेत बायदू, बायदू एक्सप्रेस एडिशन, अलीपे, टेनसेंट वॉचलिस्ट, फेसयू, वीचैट रीडिंग, गवर्नमेंट वीचैट, टेनसेंट वेयुन, आपुस लॉन्चर प्रो, आपुस सिक्यॉरिटी, कट कट, शेयरसेवा बाइ शाओमी और कैमकार्ड जैसे ऐप शामिल हैं।
भारत में पबजी एप्प के डाउनलोड की करें तो इसे 5 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका था। भारत में उसके 3.3 करोड़ ऐक्टिव यूजर थे, जो एक बहुत बड़ी संख्या है। अब इन पर प्रतिबंधों से चीनी कंपनियों की कमाई सीधे-सीधे प्रभावित होगी। पबजी को वैसे तो एक साउथ कोरियन कंपनी ने डिवेलप किया था लेकिन इसके जितने भी वर्जन जारी होते हैं, उसे चीनी कंपनी टेंसेंट जारी करती है।
पबजी मोबाइल ऐप के सबसे ज्यादा यूजर भारत में हैं। यह गेम गूगल प्ले स्टोर पर टॉप 5 में रैन्क्ड था। एक रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ 2020 के पहले क्वॉर्टर में पबजी को 6 करोड़ लोगों को डाउनलोड किया था। इतना ही नहीं, मई में पबजी दुनिया का सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाला मोबाइल गेम बना था। उसे 22.6 करोड़ डॉलर यानी करीब 1700 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। अब भारत में बैन से न सिर्फ पबजी का यूजर बेस घटेगा बल्कि तगड़ी आर्थिक चोट भी पहुंचेगी।
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