ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ कोविड-19 वैक्सीन तैयार कर रही एस्ट्रेजेनिका ने मरीजों के बीमार पड़ने के बाद ब्रिटेन में इस वैक्सीन का ट्रायल फिलहाल रोक दिया गया है।
लेकिन, भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से इस वैक्सीन का ट्रायल जारी है। ऐसे में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डीसीजीआई ने पूछा है कि "क्यों नहीं मरीजों की सुरक्षा संबंधी संदेह के साफ होने तक कोविशील्ड वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल रोका गया है ?" इसके बाद दवा निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि "वे शीर्ष दवा नियामक के निर्देशों का पालन करेंगे।"
DCGI issues show-cause notice to Serum Institute of India after suspension of Oxford COVID-19 vaccine trial by AstraZeneca abroad— Press Trust of India (@PTI_News) September 9, 2020
ड्रग्स कंट्रोलर की तरफ से यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है "जब कोविड-19 के खिलाफ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ कोविड-19 वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल करने वाली एस्ट्राजेनेका ने इससे हो रही बीमारियों को देखते हुए इसके ट्रायल पर रोक लगा दिया है।"
इसका क्लीनिकल ट्रायल- अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में चल रहा था, जिस पर रोक दिया गया है।
दुनिया में सबसे अधिक वैक्सीन बनाने वाले पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन को बनाने का जिम्मा लिया है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका कंपनी मिलकर कोरोना वैक्सीन को बना रहे हैं।
इससे पहले, सीरम इंस्टीट्यूट ने साफ किया था कि "भारत में वैक्सीन के ट्रायल में कोई रोक नहीं लगेगी और यह जारी रहेगा।" एसआईआई ने बयान में कहा, 'हम ब्रिटेन में एस्ट्राजेनेका द्वारा रोके गए ट्रायल की रिपोर्ट पर कुछ नहीं कह सकते हैं। उन्होंने रिव्यू के लिए रोका है और कुछ समय में फिर से शुरू हो सकता है। भारत में वैक्सीन का ट्रायल जारी है और किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आ रही है।'
भारत में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के ट्रायल में किसी भी वॉलंटियर पर इसका प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है। दूसरे फेज के ट्रायल में 100 से ज्यादा वॉलंटियर्स को वैक्सीन दी गई थी, लेकिन एक हफ्ता पूरा हो जाने के बाद भी इनपर कोई गलत रिएक्शन नहीं देखा गया।
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