देशभर में चर्चा का केंद्र बने हाथरस कांड को लेकर यूपी पुलिस ने बड़ा बयान दिया है। कहा गया है कि हाथरस मामले में मृतक लड़की से दुष्कर्म नहीं हुआ था। आगरा में विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के बाद ये दावा यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने किया है।
Hathras incident: Forensic report makes clear the woman was not raped, says ADG (Law and Order) Prashant Kumar
— Press Trust of India (@PTI_News) October 1, 2020
उन्होंने कहा कि मामले को अनावश्यक तूल देकर माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि हाथरस कांड को लेकर यूपी सरकार पूरी तरह बैकफुट पर आ गई है। इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुधवार को चर्चा की थी जिसके बाद प्रदेश सरकार ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया जो कि मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि दरिंदगी की शिकार लड़की ने 16 दिन बाद मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। दिल्ली से रात में ही शव लेकर आई एंबुलेंस मृतका के घर के सामने से श्मशान स्थल की ओर जाने लगी तो परिवार की महिलाएं आगे लेट गईं। इस पर पुलिस ने लाठियां भांजी और उन्हें घसीटकर हटा दिया।
दरअसल, इस पूरे मामले में प्रशासन ने जिस तरह संवेदनहीनता बरती उससे पूरी सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। पहले तो पीड़िता को समय पर इलाज नहीं मिला और फिर जिस तरह परिजनों के विरोध के बावजूद पुलिसकर्मियों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया उससे प्रशासन की मंशा पर भी सवाल उठे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता की गर्दन के साथ शरीर में कई फ्रैक्चर होने का खुलासा हुआ था। रिपोर्ट में रीढ़ को गर्दन से जोड़ने वाली हड्डी में फ्रैक्चर होने की बात कही गई है।
Hathras incident: Cause of woman<SNG-QTS>s death is injury on neck and trauma resulting due to it, says ADG (Law and Order) Prashant Kumar
— Press Trust of India (@PTI_News) October 1, 2020
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉल के जरिए बुधवार रात लड़की के पिता से बात की और हरसंभव परिवार की मदद का भरोसा दिलाया। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, मृतका के परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दी जाएगी। परिवार को 25 लाख रुपये की मदद के साथ ही हाथरस शहर में एक मकान भी दिया जाएगा।
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